नव वर्ष का ले एक ही रेजोल्युशन : मॉर्निंग रेजोल्युशन
withrbansal सुबह जल्दी जगे-अपने जीवन के मालिक बनें -
विगत कुछ वर्ष लोगों को जीवन के सभी मोर्चों पर संघर्ष करते हुए बिताने पड़े है l भय ऐसा कि जीवन रूपी झिलमिलाता दीपक कब एक हवा के झोंके से बुझ जाए कुछ पता नहीं ,प्रचुर पैसा भी जीवन को नहीं बचा पाया | हालात यह हो गई थी कि किसी की नौकरी छूट गई, किसी का बिजनेस ठप हो गया ,व्यापार में घाटा, किसी की जमा पूंजी प्रियजनों के इलाज में समाप्त हो गई,यहाँ तक कि नजदीकी रिश्तों में भी दरारें आने लगी थी l यूँ तो बीते वर्षो के बारे में कहने सुनने को बहुत कुछ है लेकिन एक पुरानी कहावत -"बीती ताहि बिसार दे "को स्मरण करते हुए नवीन वर्ष पर फोकस करना ज्यादा उचित होगा l हम चाहते हैं कि नवीन वर्ष हमारे जीवन में कुछ ऐसा सकारात्मक परिवर्तन लाए ताकि हमारा जीवन कुछ ज्यादा सुखी,समृद्ध एवं परिपूर्ण हो जाए | नवीन वर्ष हमें कुछ ऐसा महसूस कराएं जिससे हमें यह लगे कि वाकई में जीने में मजा आ रहा है | इसके लिए लोगों द्वारा नवीन साल पर कई प्रकार के रेजोल्युशन लिए जा रहे हैं |
नवीन वर्ष का रेजोल्यूशन - दोस्तों ,आपको इस नवीन वर्ष में कई प्रकार के( कभी पुरा ना होने वाले ) रेजोल्यूशन लेने की आवश्यकता नहीं है | इस वर्ष आप एक ही संकल्प लें और मैं जो संकल्प लेने का सुझाव दे रहा हूं ,मेरा दावा है कि यदि आपने उसे पूर्णतया अपना लिया तो आपको अन्य किसी संकल्प की जरूरत नहीं रहेगी और वह रेजोल्युशन है -प्रातः 5:00 बजे जगना l निश्चित रूप से इसे अपनाने में झुंझलाहट, शारीरिक- मानसिक तकलीफें होगी, समय अभाव का बहाना होगा l लेकिन इन सब को दरकिनार करके हम इसे अपना सके तो सच माने आपका जीवन धीरे-धीरे समृद्धि के पथ पर बढ़ना शुरू हो जाएगा l
प्रातःकाल को अपनाएं और उच्चस्तरीय जीवन पाये - प्रातःकाल 5:00 बजे जगना, एक ऐसी विश्वस्तरीय आदत है जो आपके जीवन को समृद्ध एवं शानदार बना देती है | क्योंकि हम जिस प्रकार से हमारा दिन प्रारंभ करते हैं वही वास्तव में निश्चित करता है कि हम किस सीमा तक केंद्रित होकर हमारे कार्यों में ऊर्जा ,रचनात्मकता, उत्तेजना एवं कुशलता ला सकते हैं | विश्व के अधिकांशतः महान उपलब्धि प्राप्त व्यक्तियों की मूल आदत प्रातः 5:00 बजे जगना है | प्रातः जल्दी जगने पर आपकी उर्जा, शांतता, स्वास्थ्य एवं रचनात्मकता बढ़ जाती है और आप एक बेहतर इंसान बन जाते हैं | बेंजामिन फ्रैंकलिन ने कहा है- "प्रातः काल की प्रथम किरणों के मुख में सुवर्ण होता है| " सुबह जल्दी उठने वालों में- जॉन ग्रीशम एवं अर्नेस्ट हेमिंग्वे( सुप्रसिद्ध उपन्यासकार) बीथोवेन एवं मोजार्ट (प्रसिद्ध संगीतकार ) महात्मा गांधी, टिम कुक ,डोनाल्ड ट्रंप, जैक डोर्सी ,नरेंद्र मोदी एवं जैक मा (अलिबाबा ग्रुप संस्थापक) मुख्य है |
प्रातः जल्दी जगने पर क्या होता है- @ जब जब हम प्रातः जल्दी जगते हैं तो हममें असीमित मानसिक शक्ति होती है लेकिन दिन गुजरने के साथ-साथ हमारी उस शक्ति को विभिन्न कार्यों में प्रयुक्त किए जाने के कारण हास् होता जाता है, दोपहर होते-होते हमारा ध्यान भंग होने लगता है और हम कम रचनात्मक होते जाते हैं | इसलिए कुछ विशेष कार्य को करने का एक विशेष समय होता है और वह समय सदैव प्रातः काल होता है |
@ प्रातः काल में हम अति उत्तेजना , शोरगुल से दूर पूर्णतया अकेले होते हैं | विविध कार्यों की गहमागहमी से हमारा ध्यान भंग नहीं हुआ होता है ,इस समय हमारे मस्तिष्क का prefrontal cartex अर्थात वह हिस्सा जो तर्कसंगत सोच- विचार, निरंतर चिंता ,विश्लेषण इत्यादि के लिए जिम्मेदार होता है वह कुछ समय के लिए बंद हो जाता है | हमारा दिमाग इस समय "अल्फा " स्थिति में आ जाता है | कई बार तो प्रातः काल का यह एकांत,निस्तब्धता एवं शांति हमें "थीटा स्थिति" में लाकर दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर्स को डोपामाइन एवं सेरोटोनिन जैसे रसायन उत्पन्न करने को प्रेरित करते हैं जिससे हम प्राकृतिक रूप से एक ऐसी सर्वोच्च मनः स्थिति में आ जाते हैं जहां सब कुछ अच्छा सा लगने लगता है |
@ यह कहा जाता है कि यदि आप अभ्यास में अधिक पसीना बहाओगे तो युद्ध में कम खून बहेगा | प्रातः काल के अभ्यास की श्रेष्ठता ही विजय को सुनिश्चित करती है | यदि आप विश्व में सर्वश्रेष्ठ व्यवसायी, खिलाड़ी ,संगीतकार, लेखक या वैज्ञानिक बनना चाहते हैं या किसी भी क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको उसमें 10000 घंटे न्यूनतम देने होंगे | यदि आप प्रातः काल के 2 घंटे 44 मिनट प्रतिदिन (10 वर्षों तक )अपने इच्छित कार्य में देते हैं तो आप उस क्षेत्र के बादशाह बन जाएंगे | यह भी पढ़े -TEN thousand hours Rule
@ हमारे आन्तरिक जीवन के चार मुख्य स्तंभ- शरीर, मस्तिष्क, हृदय एवं आत्मा माने जाते हैं | यह चारों स्तम्भ हमारे बाहरी जीवन को आकार देते हैं | अन्तरजगत के इन चारों तत्वों पर कार्य करने का सर्वश्रेष्ठ समय सुबह 5 बजे का ही होता है | प्रातः काल के शांत एवं नीरव वातावरण में हम अपने शरीर ,मन, हृदय एवं आत्मा सभी को पोषण प्रदान कर जीवन को समृद्ध बना सकते हैं | @ सूर्योदय के पूर्व उठना एक विशिष्ट आत्म नियंत्रण है और यदि हम एक क्षेत्र में आत्म नियंत्रण बढ़ाते हैं तो जीवन के सभी क्षेत्रों में नियंत्रण बढ़ता है |
सुबह के इस प्रभावशाली समय से अधिकतम प्राप्त करने का तरीका यह है कि इस समय को तीन समान खंडों में बांट दे | जैसे यदि आपके पास सुबह डेढ़ घंटा है तो इसे 30 -30 मिनट के तीन खंडो में विभाजित कर दे | रॉबिन द्वारा इसे 20 \20 \20 का नियम कहा है | सुबह के प्रथम खंड को आप कड़ी मेहनत के साथ प्रारंभ करें | इस समय को आप शारीरिक श्रम वाली कसरत में लगाएं ताकि शरीर में पर्याप्त पसीना आए | इससे आप में भय एवं तनाव के लिए जिम्मेदार" कॉर्टिसोल" हार्मोन का स्तर नीचे आ जाता है और डोपामाइन एवं सेरोटोनिन का स्राव होने से मोटापा कम होता है और आप अपने सर्वोत्तम स्वरूप में आ जाते हैं |
द्वितीय खंड के समय का उपयोग आप योजनाएं बनाने ,ध्यान एवं चिंतन में काम लाए | इस समय आप विचार करें कि आप कौन हैं ,आप किस प्रकार का जीवन जी रहे हैं ,क्या बनना चाहते हैं, किन मूल्यों का अनुसरण चाहते हैं | अपने जीवन के लिए संकल्प लें एवं योजनाएं बनाएं | कुछ समय मेडिटेशन एवं दैनिक डायरी के लिए भी दे | दैनिक डायरी में आप जीवन के सकारात्मक पहलुओं के साथ-साथ उन अनुभवों को भी लिखे जो आपको दर्द या पीड़ा दे रहे हैं क्योंकि कभी-कभी उन से बाहर निकलने का एक तरीका उनसे होकर गुजरना भी होता है | यह भी पढ़े -मेड़िटेशन का मजेदार तरीका -
सुबह के अंतिम खंड को कुछ ऐसा पढ़ने में लगाएं जो आपको प्रेरणा या ज्ञान प्रदान करें, जो आपकी क्षमताओं को बढ़ाएं | इस समय आप अपने रिश्तो को प्रगाढ़ता प्रदान करने वाले, धन-संपत्ति को बढ़ाने वाले या अध्यात्मिकता को गहराई प्रदान करने वाले ऑडियो या वीडिओ देख या सुन सकते हैं |
पर्याप्त नींद अवश्य लेवे - यदि आपको प्रातः काल के संपूर्ण लाभ लेने है तो इससे पूर्व रात्रि को पर्याप्त साढ़े सात घंटे की नींद (5 पूर्ण निद्रा चक्र ) अवश्य लें | कम या अधिक नींद हमेशा आयु को कम करती है | इसके लिए रात्रि 8:00 बजे तक अपना डिनर आदि लेकर सारे गैजेट बंद कर दे एवं रात्रि 10:00 बजे तक सोने चले जाएं | इससे पूर्व अध्ययन एवं कृतज्ञता प्रार्थना जरूर करें |
तो दोस्तों,इस प्रकार हम इस एक मात्र संकल्प के पालन के द्वारा उच्च स्तरीय उपलब्धि पूर्ण जीवन को प्राप्त कर सकते है क्योंकि जीवन बहुत न्याय संगत है हम इसे जो देते हैं, बदले में वही पाते हैं अतः इसे जितना अधिक दोगे उतना ही अधिक श्रेष्ठ हो जाओगे |
दोस्तों ,पिछले कुछ वर्ष कोरोना महामारी के कारण जीवन के सभी क्षेत्र यथा शारीरिक, मानसिक आर्थिक, सामाजिक एवं व्यवसायिक उथल-पुथल भरे रहे है | इस दौर में कई लोगों ने समय से पहले अपनों को खो देने का दर्द झेला है ,कई लोग अपने अजीजों को कांधा तक नहीं दे पाए ,उन्हें दूर से ही विदा करना पड़ा है l वहीं कुछ भाग्यशाली भी रहे हैं ,जिनके अपने मौत से आंख मिला कर वापस लौट आए हैं, कुछ अति भाग्यशाली भी रहे हैं जो इस संकट काल में भी पूर्णतया आरामदायक स्थिति में रहे हैं | इन सबके बावजूद एक बात जो सब के द्वारा समान रूप से महसूस की गई है वह है -जीवन की क्षणभंगुरता एवं भौतिक वस्तुओं की निस्सारता |
प्रसिद्ध मोटीवेटर एवं लेखक "रॉबिन शर्मा" के द्वारा बताया गया है कि किसी भी नई आदत को बनाने हेतु न्यूनतम 66 दिन लगते हैं | उनके द्वारा संपूर्ण प्रक्रिया को तीन चरणों( प्रत्येक चरण 22 दिन का ) में बाँटा है | प्रथम चरण (शुरू के 22 दिन ) को "विध्वंस" नाम देते हुए कहा है कि इसी स्तर पर सबसे अधिक कठिनाई आती है | क्योंकि इस स्टेज पर हमारे अवचेतन में गहरे तक जमा पुरानी आदतें ,तरीके, ह्रदय एवं भावनाओं के पुराने कार्यक्रमों का पुनः संयोजन होता है ,लेकिन आप डटे रहे तो शीघ्र ही अगली स्टेज पर पहुंच जाएंगे | कोई भी परिवर्तन प्रारंभ में कठिन, मध्य में अव्यवस्थित एवं अंत में शानदार होते हैं | 66 दिन पश्चात् आपऑटो मोड पर आ जाते हैं | इस स्तर पर आने के बाद आपको 5:00 बजे जगने के लिए किसी आत्मशक्ति की आवश्यकता नहीं रहती है | अब आप अपनी इस आत्मशक्ति को अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में लगा सकते हैं |
दोस्तों, सुबह जल्दी उठने मात्र से आपकी जिंदगी चमत्कारिक नहीं बन जाएगी | महत्त्वपूर्ण यह है कि आप इस समय का उपयोग कैसे करते हैं | यदि आप इस शक्तिशाली समय को मोबाइल, टीवी, सोशल मीडिया, न्यूज़ पेपर ऑनलाइन सर्फिंग, मैसेज आदि में जाया कर देते हैं तो आपका कुछ नहीं बदलेगा | यदि आप सर्वोत्तम स्वास्थ्य, शांति ,सृजनात्मकता ,उत्पादकता ,समृद्धि, निष्पादन एवं उच्च स्तरीय सफल जीवन प्राप्त करना चाहते हैं तो अपनी इस सुबह का बुद्धिमानी से प्रयोग करें |
सुबह के अंतिम खंड को कुछ ऐसा पढ़ने में लगाएं जो आपको प्रेरणा या ज्ञान प्रदान करें, जो आपकी क्षमताओं को बढ़ाएं | इस समय आप अपने रिश्तो को प्रगाढ़ता प्रदान करने वाले, धन-संपत्ति को बढ़ाने वाले या अध्यात्मिकता को गहराई प्रदान करने वाले ऑडियो या वीडिओ देख या सुन सकते हैं |
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जवाब देंहटाएंThanx🙏🌷
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