अमीर कैसे बने :सरल एवं व्यावहारिक तकनीक
अथाह दौलत कैसे प्राप्त करें:-
withrbansal दोस्तों,अमीर कैसे बने ? करोड़पति कैसे बना जाता है ? अथाह धन-सम्पत्ति कैसे प्राप्त की जा सकती है ? ये आज इस भौतिक युग के यक्ष प्रश्न है | दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसे धन या दौलत की चाहत ना हो | भारत जैसे गरीब देश में तो इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है | हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसके पास इतनी दौलत हो कि वह न केवल सम्मानजनक तरीके से जीवन यापन कर सकें बल्कि अपने व अपने प्रिय जनों के सपनों को भी पूरा कर सकें | लेकिन खेद का विषय है कि अधिकांश लोग सारा जीवन गरीबी का रोना रोते हुए ही बिता देते हैं , इसका मुख्य कारण है- उनकी धन- दौलत एवं पैसे के प्रति सोच / विचार | अर्थात धन-दौलत के प्रति उनके मन में बनी हुई धारणा या पूर्वाग्रह | खासकर, भारतीय संस्कृति में तो पैसे को बहुत ही बुरा माना जाता है और पैसे के पीछे भागने वाले को लालची जैसे विशेषणो से नवाजा जाता है | बचपन से ही मन में यह बैठा दिया जाता है कि पैसा बहुत ही गलत चीज है, यह कई बुराइयों का जनक है | यह भी तब जबकि हर व्यक्ति को पैसा चाहिए | दूसरे ,बचपन से ही हमारे घरों में यह सिखाया जाता है कि पैसा कमाना आसान नहीं है, बहुत मुश्किल है, ऐसे में हमारा अवचेतन मस्तिष्क इन विचारों को ग्रहण करता रहता है और पैसों के बारे में हमारी सीमा तय हो जाती है | जबकि सच्चाई यह है कि मस्तिष्क की कोई सीमाएं नहीं है सिवाय उनके जिन्हें हम मान लेते हैं | गरीबी एवं अमीरी दोनों ही विचार की संताने है | धन के प्रति आपके विचार एवं सोच ही यह तय करते हैं कि आप अमीर बनोगे या गरीबी में ही जीवन बिताओगे | क्योंकि जीवन के युद्ध में हमेशा वही नहीं जीतता जो सबसे ताकतवर या तेज होता है बल्कि जल्दी या देर से जीतता वही है जो सोचता है कि वह जीत सकता है | यह भी पढ़े - धन -संपत्ति प्राप्ति के सार्वभौमिक एवं अटल नियम प्रसिद्ध मोटिवेटर एवं लेखक "नेपोलियन हिल " के द्वारा वर्षों तक विश्व प्रसिद्ध व्यक्तियों यथा- एंड्रयू कार्नेगी,हेनरी फोर्ड, थॉमस एडिसन, वुड्रो विल्सन ,जॉन डी रॉकफेलर , ग्राहम बेल,किंग जिलेट ,जेम्स जे हिल,ब्रायन , राइट समेत अनेकों अमीर व्यक्तियों के जीवन का अध्ययन एवं विश्लेषण किया गया ,उनके द्वारा निष्कर्षों को अपनी कृति "थिंक एंड ग्रो रिच" में वर्णित किया गया, जिसका सार भी यही था - "समस्त उपलब्धि ,समस्त अर्जित दौलत की शुरुआत एक विचार से होती है "
दोस्तों इस लेख में मैं आपको उन्हीं के निष्कर्षों पर आधारित वह तकनीक वर्णित करूंगा जिसको अपना कर आप निश्चित रूप से दौलतमंद बन सकते हैं,बस शर्त यह है कि आपमें दौलत हासिल करने की प्रबल इच्छा हो और इस तकनीक का अछरशः पालन किया जाए | इस तकनीक के निम्नानुसार 6 चरण है -
1 धन की निश्चित मात्रा -प्रथम में आप पैसे की वह मात्रा तय कर ले जिसे पाने की आपमें प्रबल इच्छा है | लेकिन यह ध्यान रखे कि वह मात्रा निश्चित हो अर्थात गिनने योग्य हो जैसे 10 करोड़ ,50 करोड़ ,100 करोड़ या कुछ भी जो आप चाहते हो |
2 बदले में क्या दोगे - इस स्तर पर आपको यह तय करना पड़ेगा कि धन की जो मात्रा आप प्राप्त करना चाहते है ,उसके बदले में क्या दोगे क्योंकि इस दुनिया में कोई भी चीज मुफ्त में नहीं मिलती है | यह कोई सेवा - उत्पाद विक्रय या व्यक्तिगत सेवा या समय कुछ भी हो सकता है |
3 समय सीमा - वह समय सीमा या निश्चित तारीख तय कर ले जब तक आप अपनी इच्छित धनराशि को प्राप्त कर लेंगे
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4 निश्चित योजना - इस चरण पर आप एक निश्चित योजना बना ले कि आप किस तरह उस निश्चित धनराशि को प्राप्त करेंगे |
4 निश्चित योजना - इस चरण पर आप एक निश्चित योजना बना ले कि आप किस तरह उस निश्चित धनराशि को प्राप्त करेंगे |
5 स्पस्ट एवं संक्षिप्त ब्यौरा - निश्चित धनराशि जो आप प्राप्त करना चाहते है ,समय सीमा ,उस राशि के बदले में जो आप दोगे एवं वह योजना जिसके माध्यम से वह रकम हासिल करोगे इन सबका एक स्पस्ट एवं संछिप्त ब्यौरा लिख ले |
6 नियमित पठन - इस लिखे हुए संछिप्त ब्योरे को रात को सोते समय एवं सुबह उठते ही दिन में दो बार जोर से बोलकर पढ़े और जब पढ़े तो यह अनुभव एवं विश्वाश करें जैसे आपके पास उतना पैसा अभी हाल में मौजूद है |
दोस्तों, इस तकनीक के चौथे चरण में वर्णित निश्चित योजना के बारे में लोग यह समझ नहीं पाते कि कैसे निश्चित धनराशि को प्राप्त करने की योजना बनाई जाए | इसलिए इसमें छठा चरण महत्वपूर्ण है | आप छठे चरण का रोजाना पालन करते रहे, शुरू में कठिनाई होगी,लेकिन निश्चित मानिए यदि आप करते रहे तो आपकी इच्छा दीवानगी में बदल जाएगी | आप अपने आप को उस निश्चित धनराशि का स्वामी समझे,साथ ही इस दौरान यह मांग करें और विश्वास रखें कि आपका अवचेतन मस्तिष्क आपको वह योजना या योजनाएं सुझा देगा जिसकी आपको जरूरत है | यह सामान्यतया आपके मस्तिष्क में अचानक से छठी इंद्रिय या प्रेरणा के रूप में कौंधेगी | सतर्क रहें और जैसे ही योजना प्राप्त हो,उस पर कार्य शुरू कर दें |
आपकी सहायता के लिए लक्ष्य प्राप्ति हेतु एक मंत्र का प्रारूप दिया जा रहा है, जिसका किसी शांत स्थान पर रात को सोते समय एवं सुबह उठते ही पूर्ण आस्था एवं विश्वास से जोर से बोल कर नियमित रूप से दोहराना है | साथ ही उस निश्चित धनराशि को कल्पना में देखें एवं अपने हाथों में महसूस करें |
मन्त्र का प्रारूप - (इसे अपने लक्ष्य के अनुसार पूर्ण कर लेवें )
"1 जनवरी 20 ...... तक मेरे पास............... रुपए होंगे | जोकि इस दौरान मेरे पास समय-समय पर विविध मात्रा में आएंगे | इस पैसे की एवज में मैं.....................( उस वस्तु या सेवा का नाम जिसे आप बेचना चाहते है )सर्वश्रेष्ठ क्षमता से सेवाएं दूंगा , अधिकतम संभव मात्रा और अधिकतम गुणवत्ता दूंगा | मुझे विश्वास है कि मेरे पास इतना पैसा होगा| मेरी आस्था इतनी द्रढ़ है कि मैं इस धन को अपनी आंखों के सामने अभी देख सकता हूं, मैं इसे अपने हाथों से छू सकता हूं | यह मेरा इंतजार कर रहा है कि यह मेरे पास आए और उस अनुपात में आए जिस अनुपात में मैं अपनी सेवाएं दूंगा | मैं उस योजना का इंतजार कर रहा हूं जिसके द्वारा में इतना धन कमा सकूं और जब मुझे वह योजना मिलेगी तो मैं उस पर तुरंत अमल करना शुरू कर दूंगा | "
यह भी पढ़े -अच्छे रिसीवर बने ,धन की तो बरसात होगी
शुरू में ये निर्देश अव्यवहारिक एवं अमूर्त लग सकते है लेकिन दावा है कि यदि आप इनका पूर्ण पालन करते है तो इस तकनीक से केवल दौलत ही नहीं अपितु कोई भी बड़े से बड़ा लक्ष्य प्राप्त कर सकते है |
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