अपनों की यादों को चिरस्थाई बनाने का एक अभिनव प्रयास : " एक पेड़ अपनों के नाम "
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लेकिन दोस्तों मृत्यु शाश्वत है | हम सभी एक ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं,हमारा स्टेशन आने पर अंततः हमें उतरना ही होगा | कुछ हमसे पहले उतरते हैं तो कुछ हमारे बाद में | यह सच है कि जाने वाले के पीछे जो रह जाते हैं उन्हें मृत्यु से भी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है | वे यह नहीं समझ पाते हैं कि उन्हें कैसे भुलाएं, कैसे उनकी यादों से मुक्ति पाएं ? लेकिन दोस्तों यह वास्तविकता है कि आप उन्हें नहीं भूल सकते हैं, यहां तक कि उन्हें भूलने के लिए जितना प्रयास करोगे वे उतना ही अधिक आपको याद आएँगे | इसलिए भूलने के लिए अपने आप को मजबूर ना करें,उसे स्वीकार करें, समय ले और प्रकृति को अपना काम करने दे | अच्छा तो यह होगा कि बजाय उन्हें भुलाने के, कुछ ऐसा करें जिससे अपने दिवंगत प्रियजनों की स्मृति को स्थाई बना सकें |
क्योंकि हिंदू धर्म में मनुष्य पर बताये गए ऋणों में एक ऋण धरती माँ का भी होता है जिसे चुकाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में एक पेड़ लगाना अनिवार्य कहा गया है | इसके अलावा प्रत्येक मृतक को दाह संस्कार हेतु 7 से 8 क्विंटल लकड़ी की आवश्यकता होती है वह भी लगभग एक पेड़ के समान है | मृतक का यह कर्ज भी चुकाने की जिम्मेदारी उसके परिजनों की ही है |
जयपुर शहर के त्रिवेणी नगर,स्वर्ण पथ,झालाना,महेश नगर,बी टू बायपास,महारानी फार्म,गोल्यावास,राम नगर,झोटवाड़ा,रावण गेट,विद्याधर नगर,परिवहन नगर एवं हसनपुरा मोक्षधाम के द्वारा इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है |
इन कार्यक्रम के अंतर्गत मोक्षधाम के स्वयंसेवकों को समय-समय पर टी-शर्ट,गरम स्वेटर,जैकेट,बैग इत्यादि वस्तुएं उपलब्ध कराई जाती है |
एक पेड़ अपनों क़े नाम :एसआरडी फाउंडेशन (SRD FOUNDATION)का पर्यावरण नवाचार -
दोस्तों,हम सब चाहते हैं कि हमारे प्रियजन यथा हमारे माता-पिता, भाई-बहन,पति/पत्नी,बेटे-बेटियां,यार-दोस्त,सगे संबंधी एवं अन्य सभी वे व्यक्ति जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है,उनका साथ हमेशा बना रहे | लेकिन ऐसा होता नहीं है,एक ना एक दिन हमें इनसे बिछड़ना होता है और कई बार यह बिछड़ना इतना अप्रत्याशित रूप से होता है कि यह सदमा व दर्द ताउम्र असहनीय बन जाता है |
लेकिन दोस्तों मृत्यु शाश्वत है | हम सभी एक ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं,हमारा स्टेशन आने पर अंततः हमें उतरना ही होगा | कुछ हमसे पहले उतरते हैं तो कुछ हमारे बाद में | यह सच है कि जाने वाले के पीछे जो रह जाते हैं उन्हें मृत्यु से भी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है | वे यह नहीं समझ पाते हैं कि उन्हें कैसे भुलाएं, कैसे उनकी यादों से मुक्ति पाएं ? लेकिन दोस्तों यह वास्तविकता है कि आप उन्हें नहीं भूल सकते हैं, यहां तक कि उन्हें भूलने के लिए जितना प्रयास करोगे वे उतना ही अधिक आपको याद आएँगे | इसलिए भूलने के लिए अपने आप को मजबूर ना करें,उसे स्वीकार करें, समय ले और प्रकृति को अपना काम करने दे | अच्छा तो यह होगा कि बजाय उन्हें भुलाने के, कुछ ऐसा करें जिससे अपने दिवंगत प्रियजनों की स्मृति को स्थाई बना सकें |
दोस्तों," एसआरडी फाउंडेशन (srd foundation ) " द्वारा अपने दिवंगत प्रियजनों की स्मृति को चिरस्थाई बनाने,उनकी यादों को सदा के लिए सहेजने की दिशा में एक ऐसा ही अभिनव कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है जिसका नाम है- " एक पेड़ अपनों के नाम (EK PED APNO KE NAM ) " | अर्थात अपने उन दिवंगत प्रियजन की याद में, क्यों नहीं एक पेड़ लगाकर उसका पालन-पोषण किया जाए ताकि वह पेड़ न केवल आपके प्यार का ताजमहल बने, वरन भावी पीढ़ियों को भी सरंक्षण प्रदान करें | भविष्य में आपके द्वारा लगाए जाने वाला यह पेड़ पर्यावरण सरंक्षण कर अनेकों पशु-पक्षियों एवं अन्य प्राणियों का आश्रय स्थल बनेगा साथ ही आपको इस बात की भी संतुष्टि होगी कि आपके द्वारा अपने दिवंगत प्रियजन का कर्ज अदा कर दिया गया है |
क्योंकि हिंदू धर्म में मनुष्य पर बताये गए ऋणों में एक ऋण धरती माँ का भी होता है जिसे चुकाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में एक पेड़ लगाना अनिवार्य कहा गया है | इसके अलावा प्रत्येक मृतक को दाह संस्कार हेतु 7 से 8 क्विंटल लकड़ी की आवश्यकता होती है वह भी लगभग एक पेड़ के समान है | मृतक का यह कर्ज भी चुकाने की जिम्मेदारी उसके परिजनों की ही है |
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"एक पेड़ अपनों के नाम " अभियान-
" एसआरडी फाउंडेशन " SRD FOUNDATION द्वारा जयपुर शहर के मोक्षधामों के सहयोग से प्रारंभ "एक पेड़ अपनों के नाम "(EK PED APNO KE NAM )अभियान के अंतर्गत अपने दिवंगत प्रियजनों की याद में जयपुर शहर के लगभग सभी मोक्षधामों में पेड़ लगाने हेतु " प्रियजन स्मृति वृक्षारोपण संकल्प पत्र " भराये जा रहे हैं | फाउंडेशन (srd foundation) द्वारा शहर के मोक्षधामों में मृतक के अंतिम संस्कार में आने वाले परिजनों को मोक्षधाम के स्वयंसेवकों के माध्यम से वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया जाता है तत्पश्चात उनसे एक निश्चित मात्रा में पेड़ लगाने हेतु हस्ताक्षरशुदा संकल्प पत्र भराया जाता है | वर्तमान में यह संकल्प पत्र फाउंडेशन की वेबसाइट srdfoundation.org पर ऑनलाइन भी भर सकते है | जिसका लिंक नीचे दिया जा रहा है -
"एक पेड़ अपनों के नाम" कार्यक्रम की विशेषताएं-
@ "एक पेड़ अपनों के नाम " कार्यक्रम के अंतर्गत दिवंगत प्रियजन की याद में संकल्पित पेड़ों को कहीं भी लगाया जा सकता है | संकल्पकर्ता चाहे तो मोक्षधाम में भी लगा सकते हैं अन्यथा अपने घर के आंगन में,आस-पड़ोस में,स्कूल,पार्क,मंदिर,सड़क किनारे अथवा अन्य किसी भी स्थान पर लगाया जा सकता है |
@ अभियान अंतर्गत संकल्पित पेड़ों को लगाने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है | संकल्पकर्ता परिजन अपनी सुविधानुसार कभी भी और कहीं भी पेड़ लगा सकते हैं |
@ "एक पेड़ अपनों के नाम" कार्यक्रम अंतर्गत परिजनों को संकल्पित पेड़ों के बड़ा होने तक देखभाल की व्यवस्था भी करनी होती है |
@ "एक पेड़ अपनों के नाम "ek ped apno ke nam अभियान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें न केवल पेड़ लगाने हेतु संकल्प पत्र भराये जाते हैं बल्कि मोक्षधाम में आने वाले परिजनों को यह भी संकल्प कराया जाता है कि वे अपने पड़ोसियों,मित्रों एवं रिश्तेदारों को भी पेड़ लगाने हेतु प्रेरित करेंगे |
@ इस कार्यक्रम अंतर्गत फाउंडेशन द्वारा संकल्पकर्ता की मांग पर मोक्षधामों के माध्यम से वृक्षारोपण हेतु पेड़ भी उपलब्ध कराए जाते हैं |
@ प्रथम चरण में यह अभियान जयपुर शहर को हरा-भरा करने हेतु जयपुर शहर के मोक्षधामों के सहयोग से चलाया जा रहा है |
@ "एक पेड़ अपनों के नाम" अभियान के अंतर्गत जिन व्यक्तियों के द्वारा पांच या अधिक पेड़ लगाने का संकल्प पत्र भरकर पेड़ लगाए जाने के फोटो फाउंडेशन के नंबर पर अपलोड किए जाते हैं उन्हें फाउंडेशन द्वारा "प्रशंसा प्रमाण पत्र" भी भेजे जाते हैं |
@ इस कार्यक्रम अंतर्गत वृक्षारोपण हेतु "प्रियजन स्मृति वृक्षारोपण संकल्प पत्र " भरने के लिए जयपुर शहर के मोक्षधाम प्रभारियों को संकल्प डायरी एवं अन्य स्टेशनरी फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराई जाती है |
वर्तमान में यह संकल्प पत्र फाउंडेशन की वेबसाइट srdfoundation.org पर ऑनलाइन भी भर सकते है | जिसका लिंक नीचे दिया जा रहा है -
"एक पेड़ अपनों के नाम "(EK PED APNO KE NAM ) कार्यक्रम की उपलब्धियां-
पर्यावरण संरक्षण एवं हमारे इस घूमते हुए गोले को सुन्दरतम रूप प्रदान करने वाले इस नवाचार पूर्ण कार्यक्रम का आगाज फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष श्री मिट्ठन लाल बंसल की प्रेरणा पर 7 जुलाई 2022 को मोजमाबाद तहसीलदार श्री अभिषेक कुमार सिंह के द्वारा अपने पिताजी स्वर्गीय श्री रामवकील सिंह चौहान की स्मृति में " प्रियजन स्मृति वृक्षारोपण संकल्प पत्र " भरकर किया गया |
वर्तमान में एसआरडी फाउंडेशन SRD FOUNDATION द्वारा जयपुर शहर के लगभग 35 मोक्षधामों में इस कार्यक्रम को संचालित किया जा रहा है | दिवंगत के अंतिम संस्कार हेतु आने वाले परिजनों को न्यूनतम एक पेड़ लगाने हेतु प्रेरित कर संकल्प पत्र भराये जा रहे हैं |
कार्यक्रम की निम्न उपलब्धियां उल्लेखनीय है-
@ एसआरडी फाउंडेशन एवं झोटवाड़ा मोक्षधाम प्रभारी श्री नारायण शर्मा की प्रेरणा पर श्री रामबली यादव निवासी नृसिंहपुरा झोटवाड़ा के द्वारा अपनी माता जी स्वर्गीय श्रीमती धना देवी की स्मृति में 500 पेड़ लगाकर उनकी बड़े होने तक सार-संभाल करने का संकल्प लिया गया |
@ फाउंडेशन की ही प्रेरणा पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री महेंद्र मीणा के द्वारा अपने पिताजी स्वर्गीय श्री हनुमान सिंह की यादों को चिरस्थाई बनाने हेतु 251 पेड़ लगाकर उनकी देखभाल करने का संकल्प किया गया |
@ "एक पेड़ अपनों के नाम" (ek ped apno ke nam ) कार्यक्रम के आरंभ से फाउंडेशन के द्वारा लगभग एक वर्ष के अल्प समय में ही मोक्षधामों के कार्यकर्ताओं के सहयोग से अब तक लगभग दस हजार से अधिक पेड़ लगा कर उनकी देखभाल करने हेतु संकल्प पत्र भरे जा चुके हैं |
एसआरडी फाउंडेशन (srd foundation ):एक संक्षिप्त परिचय-
यह एक गैर-लाभकारी, गैर-सरकारी स्वैच्छिक संस्था है l एसआरडी फाउंडेशन की स्थापना 26 सितंबर 2021 को संस्थापक अध्यक्ष श्री मिट्ठन लाल बंसल के द्वारा स्वर्गीय श्रीमती रामपति देवी की स्मृति में की गई थी | राजस्थान सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट-1958 अंतर्गत रजिस्ट्रीकृत इस संस्था का पंजीकृत कार्यालय 69 /236,वी0टी0रोड,मानसरोवर,जयपुर स्थित है | जिसका कार्यक्षेत्र संपूर्ण राजस्थान है |
फाउंडेशन के प्रमुख उद्देश्यों में समाज के कमजोर वर्गों एवं मूक प्राणियों की समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सहायता करना एवं हमारे इस ग्रह को सुंदर बनाने में योगदान हेतु कार्यक्रमों का सञ्चालन करना है |
एसआरडी फाउंडेशन (SRD FOUNDATION )द्वारा संचालित अन्य कार्यक्रम-
1-"परिंडे फॉर परिन्दे"(PARINDE FOR PARINDE)अभियान-
एसआरडी फाउंडेशन के द्वारा गर्मियों के मौसम में बेजुबान एवं निरीह पक्षियों की प्यास बुझाने हेतु " परिन्डे फॉर परिंदे " parinde for parinde कार्यक्रम शुरू किया गया है | प्रथम चरण में जयपुर शहर के मोक्षधामों ( mokshdhamo) में परिंडे (parinde) लगाकर उनमें नियमित रूप से पानी भरने की जिम्मेदारी दी गई है |
जयपुर शहर के त्रिवेणी नगर,स्वर्ण पथ,झालाना,महेश नगर,बी टू बायपास,महारानी फार्म,गोल्यावास,राम नगर,झोटवाड़ा,रावण गेट,विद्याधर नगर,परिवहन नगर एवं हसनपुरा मोक्षधाम के द्वारा इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है |
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2-"प्राणी जल सेवा"अभियान-
इस "प्राणी जल सेवा" अभियान अंतर्गत फाउंडेशन के द्वारा नियमित रूप से गर्मियों के मौसम में पानी की तलाश में भटकते मूक जानवरों के लिए पानी की भी व्यवस्था की जा रही है | इस हेतु फाउंडेशन के द्वारा चिन्हित स्थानों पर पानी की छोटी टंकी रखवाई जाकर उनमें नियमित रूप से पानी भरे जाने की व्यवस्था की जाती है |
3-मेहनतकश जरूरतमंदों के लिए कंबल वितरण अभियान-
एसआरडी फाउंडेशन srd foundation के द्वारा प्रतिवर्ष फाउंडेशन की प्रेरणा स्रोत स्वर्गीय श्रीमती रामपति देवी की पुण्यतिथि (6 जनवरी ) पर मेहनतकश गरीब एवं जरूरतमंदों यथा ठेला चालक,रिक्शा चालक,घरेलू कामकाजी महिलाओं एवं अन्य छोटे-मोटे मेहनतकश मजदूरों को अच्छी गुणवत्ता के गर्म कम्बल उपलब्ध कराये जाते है |
4-"एक पेड़ अपनों के नाम" कार्यकर्ता सशक्तिकरण कार्यक्रम-
एसआरडी फाउंडेशन के द्वारा अपने फ्लैगशिप कार्यक्रम "एक पेड़ अपनों के नाम" ek ped apno ke nam कार्यक्रम के आधार स्तंभ शहर के मोक्षधामों के सक्रिय कार्यकर्ताओं के सशक्तिकरण एवं उन्हें प्रेरणा प्रदान करने के उद्देश्य से समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं |
इन कार्यक्रम के अंतर्गत मोक्षधाम के स्वयंसेवकों को समय-समय पर टी-शर्ट,गरम स्वेटर,जैकेट,बैग इत्यादि वस्तुएं उपलब्ध कराई जाती है |
दोस्तों,यह हमारी जिम्मेदारी है कि जब हम इस ग्रह को छोड़कर जाए तो यह ग्रह न केवल हमारी आने वाली पीढ़ियों के रहवास के योग्य हो वरन आज से कहीं ज्यादा आरामदायक एवं खूबसूरत भी हो | आओ हम सब संकल्प लें कि हम हमारे इस प्यारे ग्रह को और सुंदर बनाने में अपना छोटा सा ही सही योगदान अवश्य करेंगे |
क्या आप भी अपने दिवंगत प्रियजनों की यादों को हमेशा के लिए सहेजना चाहते है? यदि "हाँ " तो उनकी स्मृति में अपने घर के आसपास एक पेड़ लगाए औऱ उसकी देखभाल कर उनकी यादों को अपने मानस में सुरक्षित रखे l आपके द्वारा लगाया गया वह पेड़ न केवल आपको भावनात्मक संबल प्रदान करेगा वरन किसी भी संकट में आपको आंतरिक रूप से राह भी सुझाएगा l आप "एक पेड़ अपनों के नाम" अभियान अंतर्गत प्रियजन स्मृति वृक्षारोपण संकल्प पत्र हेतु नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर ऑनलाइन संकल्प कर सकते है -
फाउंडेशन के कार्यों में स्वैच्छिक सहयोग हेतु बैंक विवरण-
KOTAK MAHINDRA BANK,MANSAROVAR BRANCH
acount number -1046208474 ,IFSC CODE -KKBK0003545
EMAIL -srdfoundation21@gmail.com
call - 9680193405, 9929071061
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Good initiative
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